अवतार के कार्य
अवतार निरंतर विकास करता है। कई जगह ऐसा लगता है कि उसके कुछ पुराने निर्णय
पूर्णतया अविकसित या बहुत कम विकसित दशा के थे और उसके अनुयायियों को उनका पालन नहीं
करना चाहिए। परन्तु ऐसा नहीं है उनका उपयोग होता है और बहुत बाद के वर्षों में भी अनुयायियों के
जीवन में ऐसे अवसर आते हैं कि उन्हीं का उपयोग सर्वोत्तम होता है।
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